
सही स्रोत
उर्वरक के प्रकार को फसल की ज़रूरतों के अनुरूप रखता है|

सही समय
फसल को जब ज़रूरत हो, उसके लिये पोषण उपलब्ध कराता है|

सही दर
फसल के लिये आवश्यक उर्वरक के प्रकार की मात्रा का अनुकूलन करता है|

सही जगह
पोषक तत्वों को ऐसी जगह रखता है, जहाँ फसल उसका इस्तेमाल कर सके|